
पिछले कुछ महीनों में IndiGo Airlines संकट ने पूरे देश को परेशान किया। फ्लाइट कैंसिल, घंटों की देरी और एयरपोर्ट पर फंसे यात्री — इस हालात ने एक बड़ा सवाल खड़ा किया: क्या भारत के एविएशन सेक्टर में IndiGo की मोनोपोली बन चुकी है?
अब इसका जवाब आता दिख रहा है — नहीं, और वो भी जल्द!
3 नई एयरलाइंस को मिली उड़ान की मंजूरी
भारतीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने देश के एविएशन सेक्टर में नई जान फूंकते हुए तीन नई एयरलाइंस को ऑपरेशन की मंजूरी दे दी है:
- Shankh Air
- Al Hind Air
- Fly Express
इन कंपनियों की एंट्री से एयर ट्रैफिक में संतुलन, कंपटीशन और सबसे जरूरी — यात्रियों को विकल्प मिलने वाले हैं।
IndiGo संकट: जब एक कंपनी पर टिका सिस्टम हिल गया
DGCA के नियम, स्टाफ की भारी कमी और ऑपरेशनल प्रेशर के चलते देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo बैकफुट पर नजर आई।
परिणाम?
- सैकड़ों फ्लाइट्स डिले
- कई उड़ानें कैंसल
- दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, अहमदाबाद जैसे एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी
जब एक ही बस हो और वो लेट हो जाए, तो पूरा स्टॉप परेशान होता है।

नई एयरलाइंस = ज्यादा विकल्प, बेहतर सर्विस
नई एयरलाइंस की एंट्री से टिकट की कीमतों में संतुलन, बेहतर ऑन-टाइम परफॉर्मेंस, क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा, UDAN योजना को मजबूती यानी अब यात्री कह सकेंगे — “अगर ये नहीं, तो वो!”
Shankh Air: उत्तर प्रदेश से शुरू होगी नई उड़ान
खासतौर पर चर्चा में है Shankh Air, जो उत्तर प्रदेश आधारित एयरलाइन है।
शुरुआती रूट्स:
- Lucknow
- Varanasi
- Gorakhpur
- Ayodhya
- Chitrakoot
- Indore
- Dehradun
इससे धार्मिक, क्षेत्रीय और टियर-2 शहरों को सीधा फायदा मिलेगा।
क्या खत्म होगी IndiGo की मोनोपोली?
पूरी तरह नहीं, लेकिन अब आसमान एकतरफा नहीं रहेगा।
नई कंपनियों के आने से Competition बढ़ेगा। यात्रियों की ताकत बढ़ेगी। एविएशन सेक्टर ज्यादा resilient बनेगा और यही किसी भी मजबूत सिस्टम की पहचान होती है।
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